माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के रिजल्ट संदेह के घेरे में, दसवीं की मेरिट बदल गई
अजमेर. आरपीएससी
के बाद अब राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं भी संदेह के घेरे
में आ गई हैं। राज्य पुलिस के महानिदेशक (भ्रष्टाचार निरोधक) परिणामों की
गोपनीय जांच करवा रहे हैं। इस संबंध में बोर्ड के कुछ अधिकारियों और परिणाम
प्रक्रिया से जुड़े कर्मचारियों से पूछताछ की गई है।
एसीबी ने बोर्ड को पाबंद किया है कि वर्ष 2014 की कक्षा दसवीं की
सालाना परीक्षा की वरीयता सूची से जुड़े सभी दस्तावेज एसीबी की अनुमति के
बिना नष्ट नहीं किए जाएं। एसीबी की पूछताछ से बोर्ड में खलबली मची हुई है।
जानकारी के मुताबिक एसीबी मुख्यालय को दसवीं कक्षा की परीक्षा की उत्तर
पुस्तिकाओं की परीक्षकों द्वारा जांच को लेकर गंभीर शिकायत मिली है, जिसमें
आरोप लगाया गया कि वर्ष 2014 की सालाना परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं में
परीक्षकों द्वारा मूल्यांकन के दौरान भारी अनियमितताएं की गई हैं। डीजी ने
आरोपों की जांच एसीबी इंटेलीजेंस के इंस्पेक्टर अशोक कुमार को सौंपी है।
एसीबी ने बोर्ड सचिव को निर्देश दिया है कि जांच से जुड़े दस्तावेज
सुरक्षित रखे जाएं। जांच अधिकारी ने बोर्ड सचिव को पत्र भेजकर निर्देश दिए
हैं कि बोर्ड द्वारा कराई गई माध्यमिक दसवीं कक्षा की परीक्षा 2014 की
वरीयता सूची में आए सभी विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं को तथा उक्त
परीक्षाओं से संबंधित दस्तावेजों को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अनुमति और
अग्रिम आदेश तक नष्ट नहीं किया जाए।
इस प्रकरण में एसीबी ने बोर्ड के अफसरों और कर्मचारियों से पिछले दिनों गहन
पूछताछ की है। जिन अफसरों से पूछताछ की गई, उनमें बोर्ड के निदेशक गोपनीय
जीके माथुर, तत्कालीन मुख्य परीक्षा नियंत्रक आरबी गुप्ता, एसीपी आरके
भट्ट, गिरीश शर्मा, सहायक प्रथम आईटी एंड सी से एसीबी के जयपुर मुख्यालय
में अलग-अलग पूछताछ की गई है। जीके माथुर और आरबी गुप्ता से 22 जनवरी को और
भट्ट व गिरीश शर्मा से 23 जनवरी को पूछताछ हुई। यह बता दें कि जीके माथुर
पिछले दस सालों से गोपनीय शाखा में काम कर रहे हैं। आरबी गुप्ता
सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन बोर्ड ने उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद भी
अनुबंध पर आरटेट का सलाहकार बना रखा है।
आईटी एंड सी तथा गोपनीय शाखा में पृथक-पृथक कितने कर्मचारी, अधिकारी लगे
हुए हैं, इनमें से प्रत्येक के बारे में अलग-अलग सूचना दें कि उन्होंने
वर्ष 2014 की परीक्षा में क्या कार्य किया। कर्मचारी किस शाखा में
पदस्थापित हैं। उसका मोबाइल नंबर, कार्यालय व घर का नंबर।
शिक्षा बोर्ड ने दसवीं-2014 का परिणाम जारी करते समय अस्थायी मेरिट
जारी की। प्रथम 15 स्थानों पर 108 विद्यार्थी थे। बोर्ड प्रतिवर्ष नवंबर या
दिसंबर में दसवीं की स्थायी मेरिट भी जारी करता है। ऐसा इसलिए होता है,
क्योंकि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच और परिणाम से अनेक अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं
होते हैं।
एसीबी की ओर से जो निर्देश मिला है उसकी पालना की जा रही है। परीक्षा संबंधी रिकॉर्ड सुरक्षित रख लिया गया है। जो सूचनाएं मांगी वो प्रोवाइड करा दी गई हैं। अभी शिकायत को लेकर मेरा कुछ भी कहना ठीक नहीं रहेगा। एसीबी की जांच का निष्कर्ष आने तक इंतजार करना पड़ेगा।
-प्रो. बीएल चौधरी, अध्यक्ष, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
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