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Sunday, 25 March 2012

शहर सिंधियत के रंग में रंगा रहा अजमेर

चेटीचंड पर शनिवार को शहर सिंधियत के रंग में रंगा रहा। बाजारों को दुल्हन की तरह सजाया गया। ढोल-ढमाकों के साथ निकाले गए जुलूस को देखने शहर उमड़ पड़़ा। जहां देखो वहीं 'वाह रे सिंधी वाह' का नारा गूंज रहा था। कहीं डीजे पर संगीत की तेज धुनों पर मस्ती में थिरकते युवा तो कहीं ढोल की थाप पर नाचते लोग। दोपहर से शाम तक जुलूस की धूम मची रही।

देहली गेट स्थित पूज्य लाल साहिब मंदिर पर सुबह दीप प्रज्ज्वलन के बाद बहिराणा साहिब का पूजन किया गया। इसके बाद भगवान झूलेलाल की मुख्य प्रतिमा को बग्गी में विराजित किया गया। सिंध से लाई गई ज्योत को भी बहिराणे साहब के साथ रखा गया। ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास, निर्मलधाम आश्रम के स्वामी आत्मदास, महंत स्वामी ईसरदास, जतोई दरबार के फतनदास, पूज्य लाल साहिब के मुख्य ट्रस्टी प्रभुदास लौंगानी, हेमंत दास छबलानी, दौलतराम पवनानी, जयकिशन पारवानी, संतोष भावनानी दौलत लौंगानी सहित समाज के लोगों की उपस्थिति के बीच शोभायात्रा का फीता काटकर शुभारंभ किया गया। सिर पर लाल पगडिय़ां बांधकर डांडिया खेलते सिंधी समाज के लोग यहां से सामूहिक रूप में जुलूस के रूप में रवाना हुए। देहली गेट के बाहर से एक के पीछे एक क्रमवार झांकियों का काफिला और डांडिया करने वाली टोलियां जुलूस में शामिल होती गई। इस अवसर पर विधायक वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, नगर निगम मेयर कमल बाकोलिया, नगर सुधार न्यास अध्यक्ष नरेन शाहनी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, भाजपा शहर अध्यक्ष रासासिंह रावत, पूर्व महापौर धर्मेंद्र गहलोत सहित कई राजनेता जुलूस मौजूद थे।



झूलेलाल साहिब का शृंगार कर सिंधियत तथा भारतीय संस्कृति को दर्शाती हुई अनेक धार्मिक, सांस्कृतिक व भगवान झूलेलाल की झांकियों की विशाल शोभायात्रा देहली गेट से गंज चौराहा, आगरा गेट, नयाबाजार, चूडीबाजार, स्टेशन रोड, पड़ाव, गोलचक्कर, रावण की बगीची, आशागंज, गुरुनानक कॉलोनी, डिग्गी चौक, प्लाजा सिनेमा, कवंडपुरा, मदारगेट, नला बाजार, दरगाह बाजार, धानमंडी, देहलीगेट होते हुए गंज गुरुद्वारे पर समाप्त हुआ। मुख्य बाजारों में जगह जगह स्वागत द्वार बनाए गए। जुलूस जिन-जिन मार्गों से होकर गुजरा वहां-वहां लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। स्वागत करने वालों की होड़ सी लगी रही। सभी आयु वर्ग के लोग इसमें शामिल थे।



शहर के प्रमुख चौराहों पर समाज के लोग परिवार सहित झांकियां देखने पहुंचे। प्रमुख रूप से देहली गेट, आगरागेट, मदार गेट, आशागंज, नयाबाजार, पुरानी मंडी पर लोगों की भीड़ रही। झांकियों को देखने के लिए बच्चे खासे उत्साहित नजर आए। आशागंज, पुरानी मंडी, नया बाजार में लोग घरों की छतों पर लोगों की भीड़ जमा रही। परंपरागत सिंधी परिधान में समाज के युवा व बुजुर्ग नजर आए। अधिकांश लोग लाल पगड़ी व लाल जैकेट पहने नजर आए। समाज के लोगों ने बताया कि सिंध में यही पहनावा हुआ करता था। समय बदलने के साथ ही पहनावा बदलता गया, लेकिन धार्मिक आयोजनों में लोग अब लाल पगड़ी व लाल जैकेट पहनने लगे हैं।
इस बार झांकियों में आधुनिकता लाने का प्रयास किया गया। समाज के विभिन्न क्लबों ने उच्च तकनीक का प्रयोग करते हुए नया करने का प्रयास किया गया। भारतीय रेल की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही। रेल भाप इंजन में भगवान झूलेलाल को बैठाया गया। उक्त झांकी बनाने वाले वाले युवाओं ने बताया कि आजादी से पहले ट्रेन में सवार होकर सिंधी भारत आए थे। इसी तरह भगवान शिव की जटाओं से गंगा को बहते दिखाया गया। जुलूस में देखने आए लोगों ने शिव बने युवक से आशीर्वाद भी लिया।

लोकपाल बिल पर बनाई गई झांकी

चेटीचंड के इस जुलूस में जन लोकपाल बिल के पर बनाई गई झांकी को लोगों ने खूब सराहा। उक्त झांकी में अन्ना हजारे को किरण बेदी मोटर साईकिल पर बिठाये हुए थी व आगे एक बैनर लगा हुआ था जिस पर लोकपाल बिल पास करो लिखा हुआ था। किरण बेदी व अन्ना हजारे बने कलाकारों ने पूरे अजमेर में हर जगह लोगों का खूब मनोरंजन किया।

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