welcome

ajmer voice me aapka swagat hai

Sunday, 15 January 2012

 रूश्दी की यात्रा को लेकर राजस्थान की राजनीति में बवाल

 देवबंद एवं भाजपा के बाद विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी का विरोध जयपुर तक आ पहुंचा। रूश्दी की यात्रा को लेकर राजस्थान की राजनीति में बवाल मच गया है। भाजपा सहित विभिन्न संगठनों ने राज्यभर में आंदोलन चलाने की तैयारी कर ली है।
भाजपा एवं मुस्लिम संगठन जहां रूश्दी की यात्रा का विरोध कर रहे है, वहीं कांग्रेस इस मामले को लेकर मुश्किल में फंस गई है। ना तो कांग्रेस संगठन का कोई पदाधिकारी इस बारे में बोलने को तैयार है, ना ही राज्य सरकार का कोई मंत्री बोलना चाहता है। जयपुर में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा सहित कई मुस्लिम संगठनों ने रूश्दी का वीजा खत्म करने की मांग की। कइयों ने रूश्दी के जयपुर आने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है। वहीं कांग्रेस भी इस मामले में फंसती नजर आ रही है। कांग्रेस रूश्दी को अनुमति देने की बात केंद्र सरकार पर डाल रही है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते वह मुसलमानों की नाराजगी नहीं झेलना चाहती। भाजपा ने भी रूश्दी को वीजा दिए जाने की घोर निंदा करते हुए सरकार से जवाब मांगा कि बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन एवं रुश्दी के मामले में अलग-अलग निर्णय क्यों?
भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने नसरीन का हवाला देते हुए कहा कि कलाकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मामले में केंद्र एक जैसा रवैया रखे। भाजपा का कहना है कि देश में रूश्दी के स्वागत के अनुकूल परिस्थितियां न होने के बावजूद उन्हें वीजा दिया गया। रूश्दी 20 से 24 जनवरी तक जयपुर में होने वाले साहित्य महोत्सव में हिस्सा लेने आने वाले हैं। इससे पहले दारुल उलूम के मोहतमिम [वीसी] मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने भारत सरकार से रूश्दी का वीजा तुरंत रद्द नहीं किया जाता तो प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक मामला उठाया जाएगा। उन्होंने इस मामले में मुस्लिम नेताओं को एकजुट होने को कहा है। भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रूश्दी का पूरा नाम अहमद सलमान रूश्दी को वीजा दिए जाने को लेकर भारत में बवाल पैदा हो गया है। 1988 में आए सलमान रूश्दी के उपन्यास द सैटेनिक वर्सेज [शैतानी आयतें] के कारण रूश्दी विवादों में रह चुके हैं। इस उपन्यास के कारण उन्हें दुनियाभर में विरोध का सामना करना पड़ा है। उपन्यास पर भारत समेत 13 देशों में प्रतिबंध लगा, जो आज भी जारी है। इधर भारत दौरे पर विवाद के बीच विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी ने अपने ट्विट में साफ कर दिया है कि भारत जाने के लिए उन्हें वीजा की जरूरत नहीं है। रूश्दी के पास ब्रिटिश पासपोर्ट है। अपनी किताबों में मुस्लिमों के खिलाफ लिख विवाद में आए रूश्दी का भारत में घोर विरोध हुआ है। जयपुर साहित्य महोत्सव के आयोजक संजय के रॉय का कहना है कि महोत्सव पूरी तरह साहित्यिक है एवं देश में अभिव्यक्ति की आजादी व लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुरूप है। 

1 comment:

  1. vastav me in jese logo ko bharat ki bhumi se dur hi rakha jana chahiye . ye aaj muslim dhram par hamla kar rahe hae kal moka milte hi hindu dhram ko nishana banayenge

    ReplyDelete